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आखिर क्यों एक आदमी का सिर १७७ सालों से बोतल में बंद कर रखा गया है?

Serial Killer Diogo Alves Story In Hindi

Preserved Head Of Serial Killer Diogo Alves | Image : patrika

Serial Killer Diogo Alves Story In Hindi : आश्चर्य की बात है कि एक आदमी का सिर १७७ सालों से एक बोतल में बंद कर रखा गया है. यहाँ सोचने वाली बात ये है कि आखिर ऐसा क्यों किया गया है और आखिर उस सिर में ऐसी क्या खास बात हैं?

ये बात अजीब भी लगती है और अविश्वसनीय भी. लेकिन ये पूरी तरह सच है. पुर्तगाल यूनिवर्सिटी में ‘डिओगो एल्विस’ (Diogo Alves) नामक आदमी का सिर १७७ सालों से सुरक्षित रखा हुआ है. ‘डिओगो एल्विस’ कौन था? और उसके साथ ऐसा क्यों किया गया है?

डिओगो एल्विस (Diogo Alves) एक सीरियल किलर (Serial Killer) था, जिसने पुर्तगाल के लिस्बन शहर में वर्ष १८३६ से १८४० तक कई जघन्य हत्याओं को अंजाम दिया था. आइये जानते से उसकी कहानी :

डिओगो एल्विस (Diogo Alves) स्पेन का निवासी था. उसका जन्म स्पेन (Spain) के गैलेसिया (Galicia) में १८१० में हुआ था. बचपन में वह घोड़े से गिर पड़ा था और उसके सिर में चोट आई थी. उस घटना के बाद उसके परिवार के लोग उसे निकनेम Pancada (blow) से बुलाने लगे थे.

१९ वर्ष की उम्र में उसके माता-पिता ने उसे काम की तलाश में पुर्तगाल (Potugal) के लिस्बन (Lisbon) शहर भेज दिया. उन दिनों गैलेसिया के लोग अक्सर काम की तलाश में पुर्तगाल जाया करते थे.

लिस्बन जाकर एल्विस को कोई काम नहीं मिला. वहाँ गलत संगत में पड़कर उसे शराब और जुएं की लत लग गई. काम तलाशने में नाकामयाब रहने और बुरी लत ने एल्विस को अपराध की दुनिया में धकेल दिया. यह काम उसे फायदेमंद लगने लगा और उसे इसमें मज़ा आने लगा.

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उसने लिस्बन में एक नहर के पास का इलाका चुन लिया. वहाँ बने पुल से गाँव के किसान अनाज और सब्जियाँ बेचने शहर जाते थे. शाम को वे उसी पुल से वापस अपने गाँव लौटते थे. एल्विस पुल के पास मौके की तलाश में छुपा रहता और शाम को किसानों के लौटे समय मौका पाकर उन पर हमला कर देता था. वह उनकी हत्या कर ६० मीटर की ऊँचाई से उनकी लाश नहर में फेंक दिया करता था. फिर उनका सामान लूटकर वहाँ से भाग जाता.

जब उस नहर में किसानों की लाशें मिलने लगी, तो पुलिस का माथा ठनका. वे तफ़्तीश के लिए वहाँ आये भी. प्रारंभिक तफ़्तीश के दौरान उन्हें लगा कि किसान गरीबी से तंग आकर पुल से कूदकर आत्महत्या कर रहे है. लेकिन बाद में जब उन्हें कई लाशों में धारदार हथियार से वार के निशान नज़र आये, तो उनमें शक़ गहराया कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या के मामले हैं. उन्होंने कातिल की तलाश शुरू कर दी.

पुलिस की कार्यवाही देखकर एल्विस को अंडरग्राउंड होना पड़ा. वह लगभग ३ साल तक अंडरग्राउंड रहा. इधर इन सालों में कातिल का कोई सुराग न मिलने पर और क़त्ल का सिलसिला बंद हो जाने पर पुलिस की कार्यवाही भी ठंडी पड़ गई है.

पुलिस की कार्यवाही में आई शिथिलता ने एल्विस को फिर से अपराध करने उकसाया और वह फिर से लूट-पाट करने लगा. लेकिन इस बार उसके अकेले नहीं बल्कि गैंग बनाकर बड़ी लूट-पाट करने का इरादा किया. वह ऐसे लोगों की तलाश में जुट गया, जो बहुत गरीब थे और पैसों के लिए कुछ भी करने को तैयार थे. जल्द ही उसने अपनी गैंग बना ली और बड़ी वारदातों को अंजाम देने लगा. लूटपाट के लिए उसने बहुत से हथियार भी इकठ्ठे कर लिये.

एल्विस बहुत बेरहम था और बड़ी बेरहमी से लोगों की जान लिया करता था. वह इतना शातिर था कि हमेशा पुलिस की गिरफ़्त में आने से बच जाया करता था. लेकिन एक बार उसकी किस्मत धोखा दे गई. वह एक डॉक्टर के घर लूट-पाट करने गया, जहाँ उसने परिवार के ४ सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी और लूटपाट कर वहाँ से फ़रार हो गया. लेकिन उस घटना में किसी तरह डॉक्टर की ११ साल की बेटी मारिया बच गई थी, जिसने उसे पहचान लिया था.

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पुलिस उसके गैंग की तलाश करने लगी. एक दिन कहीं से पुलिस को एल्विस के छुपने का ठिकाना मालूम चल गया और उन्होंने उसे ढूंढकर पकड़ लिया. एल्विस ने डॉक्टर के परिवार सहित ७० लोगों के क़त्ल का गुनाह क़ुबूल कर लिया. डॉक्टर की बेटी मारिया चश्मदीद गवाह थी. उसकी गवाही और एल्विस के स्वयं के कबूलनामे के बाद उसके जघन्य अपराधों को देखते हुए कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई. फ़रवरी १८४१ में उसे फांसी पर लटका दिया गया.

उस समय पुर्तगाल में फ्रेनोलोजी (मष्तिष्क विज्ञान) विषय शोध के हिसाब से लोकप्रिय हो रहा था. मष्तिष्क वैज्ञानिकों ने कोर्ट से डियागो एल्विस का सिर अपने शोध कार्य के लिए काटकर रखने की अनुमति मांगी. वैज्ञानिक एल्विस की मष्तिष्क की कोशिकाओं का अध्ययन कर उसके व्यक्तित्व के बारे में पता लगाना चाहते थे. वे जानना चाहते थे कि आखिर एक व्यक्ति इतना क्रूर और बेरहम कैसे हो सकता है? कोर्ट ने एल्विस का सिर रखने की अनुमति दे दी. तब से एल्विस का सिर लिस्बन यूनिवर्सिटी में सुरक्षित रखा हुआ है.

एल्विस का सिर एक ग्लास के जार में formaldehyde नामक solution में डुबोकर सुरक्षित रखा गया है. देखने पर उसके चेहरे के भाव उसके बेरहम व्यक्तित्व के विपरीत बेहद शांत नज़र आते हैं. अब तक ज्ञात नहीं कि वैज्ञानिकों ने उसके सिर का परीक्षण कर क्या निष्कर्ष निकाला? लेकिन आज भी सीरियल किलर डिओगो एल्विस (Serial Killer Diogo Alves) का सिर लिस्बन यूनिवर्सिटी (University Of Lisbon) में रखा हुआ है.


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