GK

कुचीपुड़ी नृत्य किस राज्य से संबंधित है? | Kuchipudi Nritya Kis Rajya Se Sambandhit Hai?

कुचीपुड़ी नृत्य किस राज्य से संबंधित है? Kuchipudi Nritya Kis Rajya Se Sambandhit Hai? Kuchipudi Dance Is From Which State

भारत विविधताओं का देश है। यहां विभिन्न प्रांतों की संस्कृति, परंपराओं, रीति रिवाजों, रहने सहन, खान पान आदि में विभिन्नता देखने को मिलती है। भारत के विभिन्न राज्यों में लोक गान व गीतों और लोकनृत्यों व शास्त्रीय नृत्यों में भी विभिन्नता देखने को मिलती है। कुचीपुड़ी भी एक शास्त्रीय नृत्य शैली है, जो एक प्रांत विशेष से संबंधित है और पूरे भारत में अपनी विशिष्ट शैली के लिए प्रसिद्ध है।

यदि आप यह जानना चाहते हैं कि कुचीपुड़ी किस राज्य का लोक नृत्य है, तो इस लेख में आपको इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो जायेगी।

Kuchipudi Nritya Kis Rajya Se Sambandhit Hai

Kuchipudi Nritya Kis Rajya Se Sambandhit Hai

कुचीपुड़ी किस राज्य का लोक नृत्य है? | Kuchipudi Kis Rajya Ka Lok Nritya Hai?

कुचीपुड़ी नृत्य आंध्रप्रदेश राज्य से संबंधित है। यह नृत्य नाटिका के रूप में खुले मंच पर प्रस्तुत किया जाता है। यह नृत्य अपनी विशिष्ठ वेशभूषा और भाव भंगिमा के लिए प्रसिद्ध है।

महिला नृत्यांगनाओं के शोषण के कारण नृत्य कला का पतन हो रहा था। ऐसे समय में सिद्ध पुरुष सिद्धेंद्र योगी द्वारा ब्राह्मणों का समूह निर्मित कर कुचीपुड़ी नृत्य द्वारा राज्य में नृत्य को पुनर्जीवित किया गया। 

कुचीपुड़ी नृत्य का इतिहास| Kuchipudi Dance History In Hindi 

कुचीपुड़ी नृत्य का प्रादुर्भाव आंध्रप्रदेश के कृष्णा जिले के कस्बे कुचीपुड़ी में हुआ था, जो उस समय कुचेलापुरी या कुचेलापुरम के नाम से जाना जाता था। प्रारंभ में यह नृत्य मंदिरों में किया जाता था और केवल ब्राह्मण पुरुषों द्वारा किया जाता था, जिन्हें भागवतथालू कहा जाता है। 

भागवतथालुओं का पहला समूह 1502 AD में बनाया गया। वे अपना नृत्य देवताओं को समर्पित किया करते थे। मंदिर के वार्षिकोत्सव और विभिन्न कार्यक्रमों में कुचीपुड़ी नृत्य भागवतथालू ब्राह्मणों द्वारा प्रस्तुत किया जाता था। प्रारंभ में महिलाओं का कुचीपुड़ी नृत्य किया जाना वर्जित था। किंतु बाद में उन्हें भी नृत्य में शामिल किया गया।

कुचीपुड़ी नृत्य की विशेषताएं | Kuchipudi Dance Features In Hindi 

कुचीपुड़ी नृत्य की विशेषताएं इस प्रकार हैं :

1. वेशभूषा

कुचीपुड़ी नृत्य अपनी वेशभूषा के लिए जाना जाता है। यहां महिला चरित्रों का विभिन्न प्रकार के आभूषणों से श्रृंगार किया जाता है, जैसे रकुडी, चंद्र वानिकी, अडाभासा और कसिनासारा तथा फूलों और आभूषणों से सज्जित लंबी वेणी।

2. प्रस्तुतिकरण

कुचीपुड़ी नृत्य नाटिका का प्रस्तुतिकरण बड़ा मोहक होता है। यह अभिनय प्रधान नृत्य नाटिका है, जिसका मंचन खुले मंच पर किया जाता है। सूत्रधार द्वारा सहयोगी संगीतकारों के साथ मंच संभालकर ड्रम और घंटियों की ताल के साथ नाटक का शुभारंभ किया जाता है। नृत्य नाटिका का हर चरित्र दारु के साथ आकर अपना परिचय देता है। दारु एक नृत्य क्रम है जिसके अंतर्गत l नृत्य नाटक का हर पात्र एक विशेष गीत के साथ अपना परिचय देता है। एक नृत्य नाटिका में लगभग 80 दारु होते हैं। उसके बाद भामा का पदार्पण होता है, जो नृत्य नाटिका की नायिका होती है, जिसे उसका प्रेमी छोड़ गया हैं और वह दुखी है।

3. वाद्य संयंत्र

कुचीपुड़ी में मृदंग, वायलिन और एक क्लेरीनेट जैसे वाद्य यंत्रों का उपयोग किया जाता है।

4. संगीत

कुचीपुड़ी नृत्य के समय शास्त्रीय कर्नाटक संगीत बजाया जाता है।

5. नृत्य नाटिका

कुचीपुड़ी में दो प्रमुख नृत्य नाटिका है :

1. मटका नृत्य 

मटका नृत्य में नर्तकी मटके में पानी भर कर अपने सिर पर रखती है और पीतल की थाली पर खड़ी होकर नृत्य करती है। इसमें उसका संतुलन देखने योग्य रहता है।

2. गोला कलापम

गोला कलापम भी कुचीपुड़ी की एक नृत्य नाटिका है, जो भगवत रामाया के द्वारा लिखित है।

Friends, आशा है आपको ‘Kuchipudi Dance From Which State In Hindi‘ उपयोगी लगी होगी. जानकारी पसंद आने पर आप इसे Like कर ज़रूर करें. और अपने Friends को Share भी करें. सामान्य ज्ञान व अन्य रोचक जानकारियां पढ़ने के लिए हमें Subscribe कर लें. Thanks.

पढ़ें :

भारत का राष्ट्रीय फल कौन सा है?

राजस्थान का राज्य फूल कौन सा है?

सिक्किम का राज्य पक्षी कौन सा है?

Leave a Comment