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पॉपकॉर्न बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? | Popcorn Making Business Idea In Hindi

पॉपकॉर्न बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? Popcorn Making Business Idea In Hindi, Popcorn Banane Ka Business Kaise Shuru Karen, How To Start Popcorn Making Business 

इस पोस्ट में हम पॉपकॉर्न बनाने के बिजनेस आइडिया (Popcorn Making Business Idea plan In Hindi : License & Registration, Raw Material, Machine, Investment, Profit) के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

Popcorn Making Business Idea In Hindi

पॉपकॉर्न एक ऐसा स्नैक्स है, जो स्वास्थ्यवर्धक भी है और स्वादिष्ट भी। बच्चे, बड़ों, बुजुर्गों सभी को पॉपकॉर्न पसंद होता है। ये लो -कैलोरी डायट है और वेट लॉस करने वाले भी स्नैक्स के तौर पर पॉपकॉर्न खाना पसंद करते हैं। सिनेमा देखते समय तो पॉपकॉर्न सबका फेवरेट स्नैक्स है। ऐसे में इस हेल्दी स्नैक्स की बाज़ार में अच्छी खासी मांग भी रहती है। पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस कम पूंजी के साथ खोला जा सकने वाला व्यवसाय है, जिसे घर से भी आसानी से प्रारंभ किया जा सकता है और अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।

इस पोस्ट में पॉपकॉर्न बनाने के व्यवसाय के बारे (How To Supply Popcorn Making Business In Hindi) में विस्तार से जानिए।

Popcorn Making Business Kaise Shuru Karen 

Table of Contents

पॉपकॉर्न क्या होता है? | What Is Popcorn In Hindi

पॉपकॉर्न मक्के या मकई के दानों से बनाया गया एक प्रकार का स्नैक्स है। पॉपकॉर्न बनाने के लिए मक्के के दानों को गर्म किया जाता है। इस प्रक्रिया में मक्के के दाने फूल जाते हैं। यही फूले हुए मक्के के दाने पॉपकॉर्न हैं, जो स्नैक्स के रूप में बच्चों – बड़ों सभी के द्वारा पसंद किए जाते हैं।

सामान्यतः तेल या मक्खन और नमक के साथ मक्के के दानों को गर्म किया जाता है। आजकल सादे नमकीन पॉपकॉर्न के अलावा कई प्रकार के फ्लेवर्स वाले पॉपकॉर्न भी लोगों के द्वारा बड़े चाव से खाए जाते हैं और मार्केट में इनकी डिमांड बढ़ रही है।

घर में पॉपकॉर्न पैन या कूकर में तेल या मक्खन के साथ मक्के के दानों को गर्म कर बनाया जाता है। व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन करने के लिए पॉपकॉर्न निर्माण की मशीन (Popcorn Making Machine) इस्तेमाल की जाती है, जिससे अधिक मात्रा में और तेजी से पॉपकॉर्न बनाए जा सकते हैं।

पॉपकॉर्न कितने प्रकार के होते हैं? | Types Of Popcorn In Hindi

सामान्यत: दो प्रकार के पॉपकॉर्न होते हैं :

बटरफ्लाई पॉपकॉर्न (Butterfly Popcorn)

बटरफ्लाई पॉपकॉर्न को snowflake popcorn भी कहा जाता है। ये बड़े उभार लिए अनियमित आकार का पॉपकॉर्न है, जो ज्यादा क्रिस्पी होता है और आसानी से टूट जाता है।

मशरूम पॉपकॉर्न (Mushroom Popcorn)

मशरूम पॉपकॉर्न खुरदुरी सतह वाला गोल आकार का पॉपकॉर्न होता है। ऐसे आकार के कारण ये जल्दी टूटते नहीं, जिससे इसमें हिलाते हुए फ्लेवर्स डालना आसान होता है।

पॉपकॉर्न के फ्लेवर्स | Popcorn Flavours

आजकल लोगों की पसंद और बाज़ार की डिमांड का ध्यान रखते हुए की फ्लेवर्स के पॉपकॉर्न मार्केट में उपलब्ध हैं:

  • एप्पल पाई पॉपकॉर्न
  • नमकीन कैरामेल पॉपकॉर्न
  • मिंट चॉकलेट चिप ग्लेज्ड पॉपकॉर्न
  • डार्क चॉकलेट साल्टेड पॉपकॉर्न
  • वनिला आलमंड पॉपकॉर्न
  • चीज़ पॉपकॉर्न
  • पंपकिन पॉपकॉर्न
  • साल्टेड पीनट बटर पॉपकॉर्न
  • कैरामेल एप्पल पॉपकॉर्न

इनके अतिरिक्त भी मार्केट में देशी विदेशी कई फ्लेवर्स के पॉपकॉर्न उपलब्ध हैं।

पॉपकॉर्न बनाने का बिजनेस क्या है? | Popcorn Making Business In Hindi 

पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस पॉपकॉर्न बनाकर बेचने का व्यवसाय है। ये व्यवसाय दो स्तर प्रारंभ किया जा सकता है :

1. छोटे स्तर पर पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस

छोटे स्तर पर पॉपकॉर्न का व्यवसाय आरंभ करने के लिए पॉपकॉर्न मेकिंग मशीन किसी कार्ट या ठेला गाड़ी में लगाई जा सकती है और ग्राहक की डिमांड पर तुरंत पॉपकॉर्न बनाकर बेचा जा सकता है। इसके लिए लोकेशन काफ़ी महत्वपूर्ण है। लोकेशन ऐसी हो, जहां लोग अधिक हो – जैसे मल्टीप्लेक्स, सिनेमा हॉल, मॉल, मार्केट, गार्डन, पार्क या अन्य कोई पब्लिक प्लेस। छोटे स्तर पर पॉपकॉर्न बनाने के व्यवसाय में पूंजी निवेश भी कम लगेगा और लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन जैसी कानूनी प्रक्रियाओं की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।

या फिर आप घर पर पॉपकॉर्न बनाकर उसे पैक कर दुकानों में सप्लाई कर सकते हैं। गृहणियों के लिए रोजगार का ये बेहतरीन विकल्प है, जो एक या दो सहायक रखकर आसानी से घर पर पॉपकॉर्न बिजनेस शुरू कर सकती हैं।

2. बड़े स्तर पर पॉपकर्न मेकिंग बिजनेस

बड़े स्तर पर पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस प्रारंभ के लिए किसी बड़े स्थान पर पॉपकॉर्न मेकिंग यूनिट स्थापित कर बड़े स्तर पर पॉपकॉर्न का उत्पादन किया जाता है और अच्छी तथा आकर्षक पैकिंग के साथ अपने ब्रांड नेम के साथ बेचा जाता है।

बड़े स्तर पर पॉपकॉर्न बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए अधिक पूंजी निवेश की आवश्यकता होगी और लाइसेंसिंग, रजिस्ट्रेशन जैसी सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूर्ण करना होगा, ताकि आप विधिवत अपना व्यवसाय प्रारंभ किया जा सके। अपने द्वारा बनाए पॉपकॉर्न को बेचने के लिए होलसेल और रिटेल मार्केट तलाशना होगा तथा होलसेल और रिटेल विक्रेताओं से संपर्क कर डील करनी होगी। अपना ब्रांड स्थापित करने के लिए मार्केटिंग भी जमकर करनी होगी। बड़े स्तर के व्यवसाय में लाभ भी बड़े स्तर का होगा।

पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस शुरू करने के चरण

पॉपकॉर्न बनाने के बिजनेस की योजना | Popcorn Making Business Plan In Hindi 

किसी भी व्यवसाय को प्रारंभ करने के पूर्व योजना बनाना सबसे पहला और महत्वपूर्ण चरण है, जहां आप अपने व्यवसाय की रूपरेखा तैयार करते हैं। पॉपकॉर्न बनाने के व्यवसाय का भी प्रथम चरण योजना बनाना है।

आप सबसे पहले ये निर्धारित कर लें कि आप अपना व्यवसाय किस स्तर पर आरंभ करना चाहते हैं : छोटे स्तर पर या बड़े स्तर। उसके अनुसार ही योजना बनाए। योजना हमेशा लिखित होनी चाहिए। बड़े स्तर के व्यवसाय के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करें, जिसमें व्यवसाय के हर चरणों, प्रक्रियाओं, पूंजी की आवश्यकता, मिल मशीनरी, कच्चे माल, मार्केट सर्वे आदि का विश्लेषण विस्तार से किया गया होगा। ये प्रोजेक्ट रिपोर्ट न सिर्फ आपके बिजनेस को सही ढंग से स्थापित करने में सहायक होगी, बल्कि लोन और विभिन्न लाइसेंसिंग और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रियाओं में भी इसकी जरूरत पड़ेगी। इसलिए योजना स्तर पर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करें।

पॉपकॉर्न बिजनेस के लिए स्थान का चयन | Place Requirement For Popcorn Making Business 

किसी भी व्यवसाय के लिए उपयुक्त स्थान का चयन करना सबसे महत्वपूर्ण चरण है। इसलिए व्यवसाय के लिए सर्वे कर सोच समझकर ही स्थान का चयन किया जाना चाहिए। क्योंकि व्यवसाय का सफल या असफल होना उस जगह पर भी निर्भर करता है, जहां वह शुरू किया गया है। आप जिस प्रोडक्ट को बेच रहे हैं, उस स्थान पर उस प्रॉडक्ट की अच्छी मांग हो, तो व्यवसाय के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।

पॉपकॉर्न का व्यवसाय प्रारंभ करते समय भी जगह का विशेष खयाल रखें। यदि आप ठेले या कार्ट पर पॉपकॉर्न बेचना चाहते हैं, तो उसे लगाने के लिए मॉल, सिनेमा हॉल, पार्क, मार्केट जैसी पब्लिक प्लेस का ही चुनाव करें।

बड़े स्तर पर अपनी पॉपकॉर्न मेकिंग यूनिट स्थापित करना चाहते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि वहां बिजली, पानी और आवागमन की पूरी सुविधा हो। कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो और निर्मित माल बाजार तक पहुंचाना सुविधाजनक हो।

पॉपकॉर्न बिजनेस के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन | License & Registration For Popcorn Making Business 

छोटे स्तर पर रेड़ी या ढेला डालकर पॉपकॉर्न का बिजनेस शुरू करते समय आपको किसी भी प्रकार के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन आप बड़े स्तर पर पॉपकॉर्न मेकिंग और क्रय विक्रय का व्यवसाय करना चाहते हैं, तो पहले से ही सभी प्रकार के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन ले लें, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

पॉपकॉर्न बनाने के बिज़नेस में निम्न लाइसेंस और पंजीयन की जरूरत पड़ेगी।

1. आरओसी रजिस्ट्रेशन (ROC Registration) : आप अपने व्यवसाय को कंपनी के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कंपनी अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके लिए समस्त दस्तावेज तैयार कर अपने राज्य के आरओसी कार्यालय में जाकर पंजीयन करवाएं। आरओसी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की आवश्यकता आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन या अन्य कार्यालयों में रजिस्ट्रेशन के समय अपनी प्रामाणिकता प्रमाणित करते समय भी लगेगी।

2. एफएसएसएआई फूड लाइसेंस/रजिस्ट्रेशन (FSSAI Food License/Registration) : चूंकि आप खाद्य पदार्थ से संबंधित व्यवसाय स्थापित कर रहे हैं। इसलिए एफएसएसएआई फूड लाइसेंस की भी आवश्यकता पड़ेगी। अतः अपने राज्य के संबंधित विभाग से उसका लाइसेंस अवश्य प्राप्त कर लें।

3. ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन (Trade Mark Registration) : आप अपने पॉपकॉर्न को ब्रांड नेम के तहत बेचना चाहते हैं, तो ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें।

4. एमएसएमई उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन (MSME Udyog Aadhaar Registration) : पॉपकॉर्न का व्यवसाय लघु मध्यम श्रेणी के खाद्य उद्योग के अंतर्गत आता है। इसलिए एमएसएमई उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन अवश्य लें। ये रजिस्ट्रेशन आधार कार्ड के द्वारा ऑनलाइन भी किया जा सकता है।

5. जीएसटी पंजीयन (GST Registration) : चूंकि आप पॉपकॉर्न बनाकर उसे विक्रय करने का कारोबार करने वाले हैं। इसलिए जीएसटी पंजीयन भी अनिवार्य है।

पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस के लिए वित्त का प्रबंध | Finance Management For Popcorn Making Business 

पूंजी का प्रबंध किसी भी व्यवसाय की मूलभूत आवश्यकता है। बिजनेस जमाने और बिजनेस चलाने दोनों के लिए ही पूंजी की आवश्यकता होती गई। पॉपकॉर्न बनाने के व्यवसाय के लिए पूंजी की व्यवस्था निम्न प्रकार से की जा सकती है ;

  • स्वयं की जमा की हुई पूंजी
  • बैंक लोन
  • सरकारी योजनाओं के तहत दी जाने वाली सब्सिडी और लोन

पॉपकॉर्न बनाने के बिजनेस के लिए कच्चा माल | Raw Materials For Popcorn Making Business 

पॉपकॉर्न बनाने के बिजनेस में बहुत अधिक कच्चे माल की आवश्यकता नहीं होती और सभी कच्चे माल आसानी से बाज़ार में उपलब्ध होते हैं। ध्यान रहे कि इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल उच्च गुणवत्ता के हों, क्योंकि व्यवसाय की सफलता पॉपकॉर्न के स्वाद पर निर्भर है। ऐसे में पॉपकॉर्न बनाने की सामग्री कितनी अच्छी क्वालिटी की होगी, पॉपकॉर्न भी उतने ही अच्छे बनेंगे।

निम्न कच्चे माल पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस के लिए आवश्यक हैं :

मक्के या मकई के दाने : मक्के या मकई के दाने पॉपकॉर्न बिजनेस का मुख्य कच्चा माल है। इसे ही गैस पर पेन/कूकर में या पॉपकॉर्न मेकिंग मशीन में गर्म कर पॉपकॉर्न बनाया जाता है।

तेल, घी या मक्खन : तेल, घी या मक्खन के साथ मकई के दानों को गर्म किया जाता हैं। बाज़ार में अच्छी क्वालिटी के तेल, घी और मक्खन आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।

नमक : पॉपकॉर्न को नमकीन बनाने के लिए उसमें नमक डाला जाता है। कई अच्छी कंपनी ब्रांड के नमक बाजार में उपलब्ध हैं।

फ्लेवर्स : आजकल कई फ्लेवर्स के पॉपकॉर्न लोगों के द्वारा पसंद किए जाते हैं। मनचाहा फ्लेवर डालने के लिए संबंधित सामग्री की भी आवश्यकता पड़ेगी।

पॉपकॉर्न बनाने के लिए मशीन | Popcorn Making Business Machine 

पॉपकॉर्न बनाने के बिजनेस के लिए जिन मशीनों की आवश्यकता पड़ती है, उनमें दो प्रकार के मशीनें महत्वपूर्ण हैं। दोनों व्यवसाय की आवश्यकता के अनुसार है। पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस में पहला काम पॉपकॉर्न बनाना है और दूसरा उसे पैक करके बेचना। अतः इस व्यवसाय में पॉपकॉर्न मेकिंग मशीन और बॉक्स को सील करने की सीलिंग मशीन की ज़रूरत पड़ेगी।

पॉपकॉर्न मेकिंग मशीन : विभिन्न उत्पादन क्षमता की पॉपकॉर्न मेकिंग मशीन कई मॉडल्स और साइज में बाज़ार में उपलब्ध है। इस मशीन में एक स्टील की बोल में मकई के दाने डाले जाते हैं और उन्हें हीट किया जाता है, जिससे पॉपकॉर्न बनकर तैयार हो जाते हैं। मार्केट में ₹15,000 से ₹20,000 में अच्छी उत्पादन क्षमता की पॉपकॉर्न मेकिंग मशीन मिल जाती है।

कप सीलिंग मशीन (पैकिंग मशीन) : पॉपकॉर्न को प्लास्टिक कप बॉक्स में पैक करने के लिए सीलिंग मशीन की ज़रूरत पड़ती है। इस सीलिंग मशीन का इस्तेमाल पॉपकॉर्न के अतिरिक्त अन्य खाद्य पदार्थों या जूस के कप की सीलिंग में भी किया जा सकता है। मैन्युअल, सेमी ऑटोमैटिक और ऑटोमैटिक कप सीलिंग मशीन बाजार में उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत ₹5000 से शुरू होकर लाखों में है। आप अपनी आवश्यकता को ध्यान में रखकर मध्यम बजट की कप सीलिंग मशीन ले सकते हैं।

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पॉपकॉर्न की पैकिंग कैसे करें?  

पॉपकॉर्न बनाने के बाद उसकी पैकिंग बहुत महत्वपूर्ण है। पैकिंग आकर्षक होनी चाहिए, जो ग्राहक को आकर्षित करे और आपका प्रॉडक्ट खरीदने पर मजबूर कर दे।

पॉपकॉर्न पैकिंग के लिए आप प्लास्टिक पन्नी पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं या पारदर्शी सील्ड प्लास्टिक कप का भी। पैकिंग करते समय ये ध्यान रहे कि पैकेजिंग में नमी न रहे, इससे पॉपकॉर्न खराब हो सकते हैं। अपनी पैकेजिंग के ऊपर अपनी कंपनी का ब्रांड नेम लगाए और आपका प्रॉडक्ट मार्केट में उतारे जाने के लिए तैयार है।

पॉपकॉर्न की सप्लाई कैसे करें| How To Supply Popcorn 

पॉपकॉर्न मेकिंग यूनिट स्थापित करने उत्पादन शुरू करने के बाद सप्लाई एक महत्वपूर्ण चरण है। अपने प्रॉडक्ट की सप्लाई के लिए आपको उत्पादन शुरू करने के पूर्व ही मार्केट रिसर्च कर होल सेलर से बात करनी होगी। यदि आप डायरेक्ट रिटेलर को सप्लाई करना चाहते हैं, तो रिटेल सप्लाई चेन बनानी होगी। प्रारंभ में सप्लाई ऑर्डर पाने की गति धीमी होगी, जिसे आप अच्छी मार्केटिंग से बढ़ा सकते हैं। एक बार स्थापित होने के बाद आपकी सप्लाई चेन बढ़ती जायेगी और आपका व्यवसाय विस्तार करता जायेगा।

पॉपकॉर्न की मार्केटिंग | Popcorn Making Business Marketing 

हर बिजनेस की तरह पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस में भी बिजनेस के ग्रोथ के लिए मार्केटिंग करना आवश्यक है। आप अपने बजट के हिसाब से आप इस प्रकार अपने पॉपकॉर्न ब्रांड की मार्केटिंग कर सकते हैं :

  • पंपलेट छपवाकर
  • अखबार/टीवी में विज्ञापन छपवाकर
  • वेबसाइट बनाकर
  • सोशल मीडिया द्वारा

पॉपकॉर्न बनाने का बिजनेस शुरू करने में खर्चा | Investment In Popcorn Making Business 

पॉपकॉर्न मेकिंग बिजनेस से यदि आप घर पर ही मशीन लगाकर व्यवसाय शुरू करते हैं, तो मुख्य शुरुवाती खर्चा पॉपकॉर्न मेकिंग मशीन और सीलिंग मशीन का है। इसके अतिरिक्त कच्चा माल, पैकिंग और माल की सप्लाई का खर्च होगा। कुल मिलाकर ₹30 से ₹40 हजार में आप पॉपकॉर्न बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

बड़े स्तर में यूनिट स्थापित करना है, तो जमीन, कंस्ट्रक्शन, मशीन आदि का खर्चा शामिल होगा, जिसमें आपको बड़ी राशि निवेश करनी होगी।

पॉपकॉर्न बनाने के बिजनेस में कमाई | Profit In Popcorn Making Business 

यदि आप छोटे स्तर पर दुकान लगाकर पॉपकॉर्न बेचते हैं और ₹10 प्रति पैकेट के हिसाब से दिनभर में 50 से 100 पैकेट भी बेचते हैं, तो मासिक आमदनी ₹15 से ₹30 हजार तक होगी। बड़े स्तर में अच्छी ब्रांडिंग होने पर कमाई लाखों में हो सकती है।

आशा है आपको Popcorn Making Business Business Idea In Hindi जानकारी उपयोगी लगी होगी। ऐसी ही जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें subscribe करना न भूलें।

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