स्नो व्हाइट और सात बौनों की कहानी | Snow White And The Seven Dwarfs Story In Hindi

स्नो व्हाइट और सात बौनों की कहानी (Snow White And The Seven Dwarfs Story In Hindi Fairy Tale) एक प्रसिद्ध परी कथा यहां शेयर की जा रही है।

Snow White And The Seven Dwarfs Story In Hindi

Snow White And The Seven Dwarfs Story In Hindi Fairy Tale

बहुत समय पहले की बात है, एक दूर के राज्य में एक राजा और रानी रहते थे। उनकी एक सुंदर बेटी थी, जिसका नाम स्नो व्हाइट था। उसकी त्वचा बर्फ जैसी सफेद, बाल रात की तरह काले और होठ गुलाब की तरह लाल थे। उसकी सुंदरता और मासूमियत देखकर सभी उसे बहुत प्यार करते थे।

लेकिन, इस खुशी में एक दुखद मोड़ आया जब स्नो व्हाइट की माँ का देहांत हो गया। कुछ समय बाद, राजा ने दूसरी शादी की। नई रानी बहुत सुंदर थी, लेकिन वह उतनी ही दुष्ट और ईर्ष्यालु भी थी। रानी के पास एक जादुई दर्पण था, जिससे वह रोज पूछती, “दर्पण, दर्पण, बता, इस राज्य में सबसे सुंदर कौन?” और दर्पण हमेशा उत्तर देता, “ओ रानी, तुम सबसे सुंदर हो।”

साल बीतते गए और स्नो व्हाइट बड़ी होती गई। एक दिन, जब रानी ने अपने जादुई दर्पण से वही प्रश्न पूछा, तो दर्पण ने जवाब दिया, “ओ रानी, तुम सुंदर हो, लेकिन स्नो व्हाइट सबसे सुंदर है।” यह सुनकर रानी के मन में ईर्ष्या और क्रोध की आग भड़क उठी। उसने निश्चय किया कि वह किसी भी कीमत पर स्नो व्हाइट को खत्म कर देगी।

दुष्ट रानी ने अपने एक वफादार शिकारी को बुलाया और उसे आदेश दिया कि वह स्नो व्हाइट को जंगल में ले जाए और उसे मार डाले। शिकारी को इस कार्य के लिए मजबूर किया गया, लेकिन जब वह स्नो व्हाइट को जंगल में ले गया, तो उसकी मासूमियत और निर्दोषता देखकर उसका दिल पिघल गया। उसने स्नो व्हाइट को भाग जाने को कहा और वादा किया कि वह रानी से झूठ बोलकर उसकी जान बचा लेगा।

स्नो व्हाइट डर और घबराहट में जंगल में भटकने लगी। वह पूरे दिन और रात चलती रही और अंततः थककर एक छोटी सी झोपड़ी के पास पहुँची। झोपड़ी के अंदर जाकर उसने देखा कि वहाँ सात छोटे बिस्तर, सात छोटी कुर्सियाँ और सात छोटी प्लेटें रखी हुई थीं। उसने सोचा कि यह बच्चों का घर हो सकता है। भूख और थकान से चूर होकर उसने थोड़ा भोजन खाया और एक बिस्तर पर सो गई।

इस झोपड़ी में सात बौने रहते थे, जो दिन में खदानों में काम करते थे। जब वे शाम को घर लौटे, तो उन्होंने देखा कि उनके घर में कुछ गड़बड़ है। उन्होंने अपनी छोटी कुर्सियों और बिस्तरों पर किसी को सोते हुए पाया। जब उन्होंने ध्यान से देखा, तो उन्हें स्नो व्हाइट मिली। उसकी सुंदरता और मासूमियत देखकर बौनों को उस पर दया आ गई और उन्होंने उसे जगाया। स्नो व्हाइट ने उन्हें अपनी पूरी कहानी सुनाई। बौनों ने उसे अपने साथ रहने की इजाजत दे दी, लेकिन उसे रानी से सावधान रहने की चेतावनी दी।

इस बीच, रानी ने जब अपने जादुई दर्पण से फिर से वही प्रश्न पूछा, तो दर्पण ने उत्तर दिया, “ओ रानी, तुम सुंदर हो, लेकिन स्नो व्हाइट, जो सात बौनों के घर में रहती है, वह सबसे सुंदर है।” यह सुनकर रानी का क्रोध और बढ़ गया। उसने स्नो व्हाइट को मारने के लिए कई योजनाएँ बनाई। पहली बार, वह एक बूढ़ी औरत का रूप धारण करके झोपड़ी के पास गई और स्नो व्हाइट को एक जहरीला कंघा दिया। जैसे ही स्नो व्हाइट ने कंघा अपने बालों में लगाया, वह बेहोश हो गई। लेकिन बौनों ने समय पर आकर कंघा निकाल दिया और स्नो व्हाइट को बचा लिया।

रानी ने हार नहीं मानी। दूसरी बार, उसने एक जहरीला रिबन तैयार किया और फिर से बूढ़ी औरत का भेष धारण कर झोपड़ी के पास गई। उसने स्नो व्हाइट को रिबन का जाल बिछाया और जैसे ही रिबन कस गया, स्नो व्हाइट बेहोश हो गई। बौनों ने फिर से उसे समय पर बचा लिया।

तीसरी और अंतिम बार, रानी ने एक जहरीला सेब तैयार किया। इस बार वह एक गरीब बूढ़ी औरत का रूप धारण करके आई और स्नो व्हाइट को सेब देने की पेशकश की। पहले तो स्नो व्हाइट ने मना कर दिया, लेकिन रानी ने आधे सेब को खुद खाकर दिखाया और कहा कि सेब सुरक्षित है। स्नो व्हाइट ने झांसे में आकर सेब का दूसरा हिस्सा खा लिया और तुरंत ही बेहोश होकर गिर पड़ी।

इस बार, बौनों के लाख कोशिशों के बावजूद वे स्नो व्हाइट को नहीं जगा सके। वे बहुत दुखी हुए और उन्होंने उसे एक कांच के ताबूत में रख दिया, ताकि उसकी सुंदरता हमेशा दिखती रहे। बौने हर दिन उसके पास आते और उसकी देखभाल करते।

कई दिनों बाद, एक पड़ोसी राज्य का राजकुमार वहाँ से गुजरा और उसने कांच के ताबूत में स्नो व्हाइट को देखा। उसकी सुंदरता ने राजकुमार का दिल मोह लिया और उसने बौनों से उसे ताबूत से बाहर निकालने की अनुमति मांगी। जैसे ही राजकुमार ने ताबूत खोला, सेब का टुकड़ा स्नो व्हाइट के गले से निकल गया और वह जाग उठी। 

राजकुमार ने स्नो व्हाइट को अपना प्रेम प्रस्ताव दिया और स्नो व्हाइट ने भी खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। राजकुमार और स्नो व्हाइट की शादी बहुत धूमधाम से हुई। दुष्ट रानी को जब यह समाचार मिला, तो वह क्रोध और ईर्ष्या से जल उठी, और उसके बाद वह कभी दिखाई नहीं दी।

राजकुमार और स्नो व्हाइट ने मिलकर अपने राज्य को प्रेम, दया और न्याय से संचालित किया। उन्होंने एक सुखी और समृद्ध जीवन जिया, और उनकी कहानी एक मिसाल बन गई कि कैसे सच्चाई और प्रेम हमेशा जीतते हैं।

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