भगवान गणेश के बारे में 100 रोचक तथ्य (100 Interesting Facts About Lord Ganesha In Hindi)
भगवान गणेश हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं और उनकी पूजा विशेष रूप से किसी भी नए कार्य की शुरुआत में की जाती है। यहाँ भगवान गणेश के बारे में 100 रोचक तथ्य दिए गए हैं:
Interesting Facts About Lord Ganesha In Hindi
Table of Contents
1. भगवान गणेश का जन्म माता पार्वती के शरीर के मैल से हुआ था।
2. भगवान गणेश का सिर हाथी का है, जो उनके अद्वितीय स्वरूप का प्रतीक है।
3. गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है।
4. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, यानी वे सभी बाधाओं को दूर करते हैं।
5. गणेश का एक नाम एकदंत है, जिसका अर्थ है ‘एक दांत वाला’, क्योंकि उनके एक दांत को तोड़ दिया गया था।
6. भगवान गणेश का वाहन मूषक (चूहा) है।
7. गणेश का एक और नाम लम्बोदर है, जिसका अर्थ है ‘बड़े पेट वाले’।
8. गणेश को मंगलकर्ता भी कहा जाता है, जो शुभ कार्यों की शुरुआत करते हैं।
9. गणेश को सभी देवताओं में सबसे पहले पूजा जाता है।
10. भगवान गणेश को सिद्धि और सफलता का दाता माना जाता है।
11. गणेश की चार भुजाएं होती हैं, जो उनके सर्वशक्तिमान होने का प्रतीक हैं।
12. गणेश भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र हैं।
13. गणेश का एक नाम वक्रतुंड है, जिसका अर्थ है ‘वक्र या घुमावदार सूंड वाला’।
14. गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय है।
15. गणेश की सूंड का आकार आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
16. गणेश ने महाभारत को वेदव्यास के कहने पर लिखा था।
17. “ॐ गण गणपतये नमः” भगवान गणेश का प्रमुख मंत्र है।
18. भगवान गणेश के भाई का नाम कार्तिकेय है।
19. भगवान गणेश की पूजा विशेष रूप से बुधवार को की जाती है।
20. भगवान गणेश के एक हाथ में त्रिशूल होता है, जो शक्ति का प्रतीक है।
21. भगवान गणेश के एक हाथ में शंख होता है, जो पवित्रता का प्रतीक है।
22. भगवान गणेश की मूर्तियाँ अलग-अलग स्वरूपों में बनाई जाती हैं, जैसे बाल गणेश, वृद्ध गणेश, आदि।
23. भगवान गणेश को 108 विभिन्न नामों से जाना जाता है।
24. भगवान गणेश को विद्या और बुद्धि का देवता माना जाता है।
25. भगवान गणेश का बड़ा सिर सोचने और समझने की क्षमता का प्रतीक है।
26. भगवान गणेश की छोटी आँखें ध्यान और केंद्रित दृष्टि का प्रतीक हैं।
27. भगवान गणेश का बड़ा कान सबकी सुनने की क्षमता का प्रतीक है।
28.भगवान गणेश की लंबी सूंड ज्ञान की गहराई तक पहुँचने का प्रतीक है।
29. भगवान गणेश का बड़ा पेट समस्त संसार को समाहित करने की शक्ति का प्रतीक है।
30. भगवान गणेश का एक दांत टूटा हुआ है, जो बलिदान का प्रतीक है।
31. भगवान मूषक (चूहा) गणेश का वाहन है, जो छोटी लेकिन महत्वपूर्ण चीजों की प्रतीक है।
32. भगवान गणेश की पत्नियाँ ऋद्धि और सिद्धि हैं, जो समृद्धि और सफलता की प्रतीक हैं।
33. भगवान गणेश के हाथों में पाश, अंकुश और परशु जैसे शस्त्र होते हैं।
34. भगवान गणेश की सूंड का दायां या बायां होना उनके अलग-अलग रूपों का प्रतीक है।
35. भगवान गणेश और तुलसी के बीच की कथा प्रसिद्ध है, जिसमें गणेश ने तुलसी के विवाह का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था।
36. भगवान गणेश को ‘सर्वज्ञ’ माना जाता है, क्योंकि वे सभी ज्ञान के स्वामी हैं।
37. भगवान गणेश ने कई लीलाएं की हैं, जिनमें से एक है चंद्रमा को श्राप देना।
38. भगवान गणेश के आशीर्वाद से कोई भी कार्य बिना किसी बाधा के पूर्ण होता है।
39. भगवान गणेश का स्वरूप अद्वितीय है, जिसमें वे मनुष्य और पशु दोनों के गुणों का मेल दिखाते हैं।
40. भगवान बुधवार गणेश जी का प्रिय दिन माना जाता है।
41. भगवान लाल और पीला रंग गणेश जी को प्रिय हैं।
42. भगवान गणेश को लाल गुड़हल का फूल अर्पित किया जाता है।
43. भगवान गणेश ने कुबेर का अहंकार दूर करने के लिए बहुत मोदक खाए थे।
44. भगवान महाराष्ट्र के सिद्धिविनायक मंदिर को गणेश का सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है।
45. भगवान गणेश का वाहन मूषक, छोटे-छोटे अवरोधों को दूर करने का प्रतीक है।
46. भगवान गणेश को ‘योगी’ भी कहा जाता है, जो ध्यान और तपस्या के स्वामी हैं।
47. भगवान गणेश का मुख पश्चिम की ओर होता है, जो वेदों के अनुसार शुभ माना जाता है।
48. भगवान गणेश की पूजा करते समय दूर्वा (घास) का प्रयोग विशेष रूप से किया जाता है।
49. भगवान गणेश ने एक बार अपने पिता शिव को भी अपनी चतुराई से प्रभावित कर दिया था।
50. भगवान गणेश की पूजा हर शुभ कार्य की शुरुआत में की जाती है।
51. भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने से सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।
52. भगवान गणेश की प्रतिमा को घर में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
53. भगवान गणेश संगीत के भी देवता माने जाते हैं।
54. भगवान गणेश का ध्येय सभी बाधाओं को दूर करना और शुभता का विस्तार करना है।
55. भगवान “सुखकर्ता दुःखहर्ता” गणेश जी की प्रसिद्ध आरती है।
56. भगवान गणेश को विभिन्न आभूषणों से सजाया जाता है, जिनमें मुकुट, कंठहार, आदि प्रमुख हैं।
57. भगवान गणेश को महादेव का स्वरूप भी माना जाता है।
58. भगवान गणेश का बड़ा पेट धैर्य और सहनशीलता का प्रतीक है।
59. भगवान गणेश को मोदक और लड्डू अर्पित किए जाते हैं, जो उनके प्रिय भोजन हैं।
60. भगवान गणेश को ज्ञान का स्रोत माना जाता है।
61. भगवान गणेश की पूजा से घर और परिवार की सुरक्षा होती है।
62. भगवान गणेश की ध्यान मुद्रा में पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है।
63. भगवान गणेश को रिद्धि-सिद्धि का अधिपति माना जाता है।
64. भगवान गणेश के आशीर्वाद से विद्या, बुद्धि और संपत्ति की प्राप्ति होती है।
65. भगवान गणेश की पूजा में विशेष रूप से दूर्वा, मोदक, और फूल का प्रयोग होता है।
66. भगवान गणेश को सौम्य और दयालु देवता के रूप में जाना जाता है।
67. भगवान गणेश को सभी देवताओं के कार्यों का दायित्व सौंपा गया है।
68. भगवान गणेश ने नारद मनु को भी उनकी ज्ञान और भक्ति के कारण कई बार मार्गदर्शन दिया।
69. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।
70. गणेश चतुर्थी व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है, जो भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने का प्रमुख उपाय है।
71. महाराष्ट्र में अष्टविनायक मंदिरों को गणेश जी का प्रिय स्थल माना जाता है।
72. भगवान गणेश के पंचमुखी स्वरूप का प्रतीक पांचों तत्वों (भूमि, जल, अग्नि, वायु, आकाश) का है।
73. भगवान गणेश को गजमुख भी कहा जाता है, जो उनके हाथी के मुख को संदर्भित करता है।
74. भगवान गणेश का बड़ा पेट इस बात का प्रतीक है कि धन और समृद्धि को संतुलित रूप से धारण करना चाहिए।
75. भगवान गणेश अष्ट सिद्धियों (अनिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, वशित्व) के स्वामी माने जाते हैं।
76. भगवान गणेश ने अपने माता-पिता के प्रति अद्वितीय समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत किया, जब उन्होंने पूरी पृथ्वी की परिक्रमा के बदले माता-पिता की परिक्रमा की।
77. भगवान गणेश को वीणा बजाने वाला संगीत का ज्ञाता भी माना जाता है।
78. भगवान गणेश जी की बुद्धि अत्यधिक प्रखर मानी जाती है, जिसका उपयोग उन्होंने महाभारत लिखने में किया।
79. भगवान गणेश का अभिषेक गंगाजल, दुग्ध, और शहद से किया जाता है, जिससे सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
80. भगवान हरतालिका तीज पर गणेश की विशेष पूजा होती है, जो विवाहित और अविवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
81. भगवान गणेश को चावल और गुड़ का दान अति प्रिय है।
82. भगवान चंद्रमा को श्राप देने के बाद गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन को अशुभ माना जाता है।
83. भगवान गणेश की दक्षिणावर्ती सूंड वाले स्वरूप की पूजा विशेष रूप से की जाती है, जो तंत्र साधना में महत्वपूर्ण है।
84. भगवान गणेश का नाम जपने से सभी प्रकार की मानसिक और शारीरिक बाधाओं का निवारण होता है।
85. भगवान गणेश की कृपा से व्यक्ति को धन, विद्या, और संतान की प्राप्ति होती है।
86. भगवान गणेश को धर्म और अधर्म के बीच संतुलन बनाए रखने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है।
87. भगवान गणेश योगासनों का अभ्यास करने वाले देवता के रूप में भी पूजित होते हैं।
88. भगवान गणेश के स्वरूप का वर्णन करना कठिन है, क्योंकि उनका स्वरूप अनेक अर्थों का प्रतीक है।
89. गणेश पुराण और गणेश उपनिषद में श्री गणेश के जीवन और शिक्षाओं का विस्तृत वर्णन है।
90. श्री गणेश का स्वरूप विज्ञान के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, जो प्रतीकात्मक रूप से ज्ञान और बुद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।
91. श्रीगणेश विसर्जन में पर्यावरण की रक्षा का संदेश भी शामिल है।
92. भगवान गणेश का चित्रण विभिन्न शिल्पकला और चित्रकला में किया गया है, जो उनकी लोकप्रियता का प्रतीक है।
93. भगवान गणेश का भक्तों के प्रति अत्यधिक प्रेम और करुणा का संबंध है।
94. भगवान गणेश ने कठिन तपस्या की, जिससे उन्हें कई सिद्धियाँ प्राप्त हुईं।
95. भगवान गणेश का नामकरण स्वयं शिव और पार्वती ने किया था।
96. भगवान गणेश की पूजा में पवित्रता का विशेष महत्व है।
97. भगवान गणेश का ध्यान करने से मस्तिष्क को शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
98. भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना से घर में सुख-शांति का वास होता है।
99. भगवान गणेश उत्सव में गणेश जी की मूर्ति की स्थापना और विसर्जन का विशेष महत्व है।
100. श्री गणेश का दिव्य स्वरूप मानव जीवन के हर पहलू से जुड़ा हुआ है, जो उन्हें अद्वितीय बनाता है।
भगवान गणेश के ये 100 रोचक तथ्य उनकी अद्वितीयता और धार्मिक महत्व को दर्शाते हैं। वे हर हिंदू घर में आदरणीय और पूजनीय हैं।
भगवान शिव के बारे में रोचक तथ्य