गिनी पिग (Guinea Pig) रोयेंदार और मुलायम बालों वाला छोटा और प्यारा जीव है, जो चूहे और गिलहरी की तरह कृतंक परिवार से संबंधित है. इसे गिनी पिग अवश्य कहा जता है, लेकिन हैरान करने वाली बात है कि ये सूअर नहीं है, न ही किसी भी रूप से सूअर परिवार से संबंधित है.
इसके नाम के साथ गिनी का जुड़ा होना ये भ्रम भी उत्पन्न करता है कि अवश्य ये गिनी देश से उत्पन्न हुआ होगा. लेकिन ये बात भी हैरान करती है कि इसका गिनी देश से भी किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं.
दक्षिण अमरीका के एंडीज़ में उत्पन्न गिनी पिग अपने शांतिपूर्ण और विनम्र व्यवहार के कारण अमरीका, यूरोप सहित कई देशों में पालतू जीव के रूप में बेहद लोकप्रिय है. इस लेख में हम इस प्यारे और ख़ूबसूरत जीव के बारे में रोचक तथ्य और जानकारियाँ शेयर कर रहे हैं.
40 Amazing Facts About Guinea Pig In Hindi
Table of Contents

Guinea Pig In Hindi
Scientific Classification
Kingdom | Animalia |
Phylum | Chordata |
Class | Mammalia |
Order | Rodentia |
Genus | Cavia |
Species | C. porcellus |
01-10 Interesting Facts About Guinea Pig In Hindi
1. गिनी पिग का वैज्ञानिक नाम कैविया पोरसेलस (Cavia porcellus) है, जिसका अर्थ है “छोटा सुअर” (little pig). वे Caviidae Family से संबंधित हैं, जो दक्षिण अमेरिकी कृन्तकों (South American rodents) का परिवार है. उनका उपनाम “कैविटीज़” (cavies) है, जो उनके वैज्ञानिक नाम कैविया या उनके दक्षिण अमेरिकी नाम क्यूयू (cuy) से लिया गया माना जाता है.
2. गिनी पिग वास्तव में सूअर नहीं हैं, बल्कि कृंतक (rodents) हैं. उन्हें पिग कहने का कारण संभवतः कुछ हद तक सूअरों की तरह मिलता-जुलता शारीरिक आकार (शरीर की तुलना में बड़ा सिर, मोटी गर्दन, गोलाकार पिछला हिस्सा) हो सकता है.
3. गिनी पिग के बारे में लोगों में यह भ्रम है कि उनकी उत्पत्ति गिनी (Guinea) में हुई है, जबकि ऐसा नहीं है. दरअसल गिनी पिग दक्षिण अमरीका के एंडीज (Andes) में उत्पन्न हुए हैं. गिनी पिग्स को गिनी से होते हुए यूरोप लाया गया था, संभवतः यह लोगों में इस भ्रम का कारण है.
4. दुनिया में गिनी पिग की 13 ज्ञात नस्ल है, जिन्हें उनके बालों के रंग, रचना, रोंओं की चमक और कलर पैटर्न के आधार पर वर्गीकृत किया गया है.
5. नर गिनी पिग को ‘boar’, मादा को ‘sow’ कहा जाता है. गिनी पिग के बच्चों को ‘pups’ कहा जाता है.
6. गिनी पिग की लंबाई 20 से 25 सेमी (8 से 10 इंच) तक होती है और वजन 700 से 1200 ग्राम के बीच होता है.
7. गिनी पिग के आगे के पैरों में 4 तथा पीछे के पैरों में 3 उंगलियाँ होती हैं.
8. गिनी पिग्स के मुँह में 20 दांत होते हैं. उनके दांतों की ख़ास बात ये है कि वे जीवन भर बढ़ते रहते हैं.
9. गिनी पिग की श्रवण क्षमता तीव्र होती हैं. वे 40,000 से 50,000 हर्ट्ज तक की आवाज़ सुन पाने में समक्ष होते हैं.
10. गिनी पिग्स की आँखों से एक प्रकार के सफेद पदार्थ का स्राव होता है, जिससे वे अपनी आँखें और चेहरा को साफ़ करते हैं.
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11-20 Interesting Facts About Guinea Pig In Hindi
11. गिनी पिग की दृष्टि क्षमता मनुष्यों की अपेक्षा कम होती है. लेकिन उनके दृष्टि का दायरा अधिक (लगभग 340 डिग्री) होता है.
12. गिनी पिग्स में स्वेद ग्रंथि नहीं होती, इस कारण उन्हें पसीना नहीं आता. वे ठंडे स्थानों में रहने वाले जीव हैं. गर्मी इनमें स्वास्थ्य संबंधी समास्याएं उत्पन्न आ सकती हैं.
13. गिनी पिग सामान्यतः 4 या 5 साल तक जीवित रहते हैं, हालांकि वे अधिकतम 8 साल तक भी जीवित रह सकते हैं.
14. नर गिनी पिग 3 से 5 हफ़्ते में यौन परिपक्वत हो जाते हैं. वहीं मादा गिनी पिग 4 हफ़्ते यौन परिपक्वता प्राप्त करती हैं.
15. लगभग 4 साल की उम्र के बाद गिनी पिग्स सामान्यतः बूढ़ा माना जाता है, और आनुवंशिक स्वास्थ्य संबंधी लक्षण इस उम्र में दिखाई देने लगते हैं.
16. सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला गिनी पिग इंग्लैंड के नॉटिंगशायर (Nottingshire) का स्नोबॉल (Snowball) था. फरवरी 1979 में जब उसकी मौत हुई, तब वह 14 साल 10.5 माह का था.
17. विश्व का सबसे तेज गिनी पिग (World’s Fastest Guinea Pig) फ्लैश (Flash) नाम का गिनी पिग था, जिसने 27 जुलाई 2009 को यूके में हुई दौड़ में 32.8 फीट की दूरी 8.81 सेकंड में तय कर ली थी.
18. सबसे ऊँची छलांग लगाने का रिकॉर्ड पक्केल मार्टिन (Puckel Martin) नामक गिनी पिग के नाम है, जिसने 16 मार्च 2003 को स्वीडन में हुई गिनी पिग्स की हाई जम्प में 7.8 इंच की छलांग लगाई थी.
19. यदि कोई मादा गिनी पिग नर गिनी पिग में कोई रूचि नहीं रखती, तो वह कभी-कभी ऐसे नर गिनी पर मूत्र की बौछार छोड़ती है.
20. गिनी पिग का गर्भधारण काल 59 से 72 दिनों का होता है.
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21-30 Interesting Information About Guinea Pig In Hindi
21. मादा गिनी पिग एक बार में 3 से 4 बच्चों को जन्म देती हैं.
22. जन्म के समय बेबी गिनी पिग की आँखें खुली हुई होती है, दांत विकसित होते हैं और शरीर फर से ढक होता हैं. बेबी गिनी पिग्स जन्म के बाद से ही पानी की बोतल से पानी पीने में सक्षम होते हैं और पैदा होने के कुछ घंटों के भीतर ही घास भी खा सकते हैं.
23. यदि एक मादा गिनी पिग 6 माह की होने तक बच्चे को जन्म न दे, तो उसकी जघन हड्डियां (pubic bones) जुड़ जाती है. इसके बाद जन्म देने का प्रयास माँ और अजन्मे बच्चे दोनों की मृत्यु का कारण बनता है.
24. गिनी पिग शाकाहारी होते हैं. उनका मुख्य आहार घास है.
25. गिनी पिग सुबह और शाम के समय अधिक सक्रिय होते हैं.
26. गिनी पिग्स हमेशा एक पंक्ति में चलते हैं, जिसमें सबसे बड़ा गिनी पिग सबसे आगे होता है. सुरक्षा की दृष्टि से छोटे पिग्स को बीच में रखा जाता है.
27. गिनी पिग लंबे समय तक नहीं सोते. वे छोटी-छोटी झपकी लेते हैं.
28. गिनी पिग अपना मल खाते हैं. ऐसा वे इसलिए करते हैं, ताकि उन सभी पोषक तत्वों को अवशोषित कर सकें, जिनकी उन्हें ज़रूरत है.
29. गिनी पिग को 5000 ई.पू. दक्षिण अमेरिका में पालतू बनाया गया. उनका मुख्य उपयोग भोजन के स्रोत के रूप में था. इसके अतिरिक्त उनका उपयोग धार्मिक समारोहों और पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता था.
30. अमेरिकी गिनी पिग गिनी पिग्स की सबसे पुरानी नस्लों में से एक है. इसे “क्लासिक गिनी पिग” भी कहा जाता है.
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31-40 Interesting Guinea Pig Facts Pig In Hindi
31. दक्षिण अमेरिका में गिनी पिग का इस्तेमाल दवा में रूप में पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है. एंडीज में आज भी गिनी पिग को गठिया और पीलिया सहित कई रोगों के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
32. पारंपरिक लोक चिकित्सा में काले गिनी पिग्स को बीमारियों के इलाज के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता था.
33. 17 वीं शताब्दी के बाद से गिनी पिग्स का इस्तेमाल जैविक शोधों में किया जाता है. हालांकि, अब इन शोधों में चूहों का अधिक इस्तेमाल होने लगा है.
34. गिनी पिग विटामिन ‘सी’ निर्मित नहीं करते, न ही संगृहित करते हैं. इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के लिए इनकी ख़ुराक में 10 से 30 mg/kg विटामिन “सी” आवश्यक है.
35. क्वीन एलिजाबेथ (1533-1603) के पास पालतू गिनी पिग था. उनके द्वारा पाले जाने के बाद से पालतू जानवर के रूप में गिनी पिग की लोकप्रियता में इज़ाफा हुआ.
36. गिनी पिग्स को पेनिसिलिन (penicillin) से एलर्जी है.
37. गिनी पिग (Guinea Pig) सामाजिक जानवर हैं और वास्तव में केवल तभी ख़ुश होते हैं जब वे अन्य गिनी पिग्स के साथ होते हैं.
38. गिनी पिग अपने मालिक या देखभाल करने वाले व्यक्ति को पहचान जाते हैं. दृष्टि क्षमता कमज़ोर होने के कारण वे गंध या आवाज़ से अपने मालिक की पहचान करते हैं.
39. स्विट्ज़रलैंड में गिनी पिग रखना कानूनी रूप से वर्जित है.
40. कई देशों में धार्मिक और स्थानीय मान्यताओं के कारण गिनी पिग का मांस नहीं खाया जाता, लेकिन पेरू, बोलिविया, इक्वेडोर, कोलंबिया में गिनी पिग माँ मांस बेहद लोकप्रिय है. वहाँ गिनीं पिग फार्मिंग भी एक लाभप्रद व्यवसाय है.
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