गोल्डी लॉक और तीन भालूओं की कहानी | Goldilocks And The Three Bears Story In Hindi 

गोल्डीलॉक्स और तीन भालूओं की कहानी | Goldilocks And The Three Bears Story In Hindi यहां प्रस्तुत है। यह एक लोकप्रिय परी कथा है। 

Goldilocks And The Three Bears Story In Hindi

Goldilocks And The Three Bears Story In Hindi

एक समय की बात है, एक घने जंगल में तीन भालू रहते थे। वे थे पापा भालू, मम्मी भालू, और बच्चा भालू। उनका घर बहुत सुंदर था और वे एक खुशहाल परिवार थे। एक दिन, मम्मी भालू ने दलिया बनाया, लेकिन वह बहुत गरम था। उन्होंने सोचा कि दलिया ठंडा होने तक वे टहलने बाहर चलें।

जब तीनों भालू बाहर थे, जंगल के दूसरी ओर एक छोटी लड़की, गोल्डी लॉक, अपनी माँ के निर्देश का पालन न करते हुए जंगल में घूमने निकली। गोल्डी लॉक का मन बहुत चंचल था और वह हमेशा नई-नई जगहें खोजने में रुचि रखती थी। चलते-चलते वह भालुओं के घर के पास आ पहुँची। उसने दरवाजे को खुला देखा और अंदर झांकने लगी।

घर के अंदर आकर उसने देखा कि मेज पर तीन कटोरे रखे थे। गोल्डी लॉक को बहुत भूख लगी थी। उसने पहले पापा भालू का बड़ा कटोरा देखा और एक चम्मच दलिया खाया। लेकिन दलिया बहुत गरम था। फिर उसने मम्मी भालू के मीडियम आकार के कटोरे से एक चम्मच दलिया खाया, लेकिन वह बहुत ठंडा था। अंत में उसने बच्चा भालू का छोटा कटोरा देखा और उसमें से एक चम्मच दलिया खाया। यह दलिया न तो बहुत गरम था और न ही बहुत ठंडा, बल्कि बिल्कुल सही तापमान का था। उसने सारा दलिया खा लिया।

फिर उसने देखा कि खाने के बाद उसे थोड़ी आराम की जरूरत थी। उसने देखा कि वहाँ पर तीन कुर्सियाँ रखी थीं। सबसे पहले उसने पापा भालू की बड़ी कुर्सी पर बैठने की कोशिश की, लेकिन वह बहुत बड़ी और सख्त थी। फिर उसने मम्मी भालू की मीडियम आकार की कुर्सी पर बैठने की कोशिश की, लेकिन वह बहुत नरम थी। अंत में उसने बच्चा भालू की छोटी कुर्सी पर बैठने की कोशिश की। यह कुर्सी बिल्कुल सही थी, लेकिन जैसे ही उसने उस पर बैठकर झूला झुलाने की कोशिश की, कुर्सी टूट गई और वह नीचे गिर पड़ी।

गोल्डी लॉक को अब नींद आ रही थी। वह ऊपर की ओर चली गई जहाँ उसे तीन बिस्तर मिले। सबसे पहले उसने पापा भालू का बड़ा बिस्तर देखा और उस पर लेटने की कोशिश की, लेकिन वह बहुत सख्त था। फिर उसने मम्मी भालू के मीडियम आकार के बिस्तर पर लेटने की कोशिश की, लेकिन वह बहुत नरम था। अंत में उसने बच्चा भालू के छोटे बिस्तर पर लेटने की कोशिश की। यह बिस्तर बिल्कुल सही था, और वह तुरंत सो गई।

कुछ समय बाद तीनों भालू वापस आए। जब वे अंदर आए तो उन्हें लगा कि कुछ गड़बड़ है। पापा भालू ने देखा कि उसके कटोरे से दलिया खाया गया है। उसने गहरी आवाज में कहा, “किसी ने मेरा दलिया खाया है।” मम्मी भालू ने देखा कि उसके कटोरे से भी दलिया खाया गया है। उसने कहा, “किसी ने मेरा दलिया भी खाया है।” और जब बच्चा भालू ने देखा कि उसका कटोरा पूरी तरह खाली है, तो उसने रोते हुए कहा, “किसी ने मेरा दलिया सारा खा लिया है।”

फिर वे तीनों कमरे में गए और पापा भालू ने देखा कि उसकी कुर्सी पर किसी ने बैठने की कोशिश की है। उसने कहा, “किसी ने मेरी कुर्सी पर बैठने की कोशिश की है।” मम्मी भालू ने देखा कि उसकी कुर्सी पर भी किसी ने बैठने की कोशिश की है। उसने कहा, “किसी ने मेरी कुर्सी पर भी बैठने की कोशिश की है।” और जब बच्चा भालू ने अपनी टूटी हुई कुर्सी देखी, तो उसने रोते हुए कहा, “किसी ने मेरी कुर्सी तोड़ दी है।”

फिर वे ऊपर गए और पापा भालू ने देखा कि उसके बिस्तर पर किसी ने लेटने की कोशिश की है। उसने कहा, “किसी ने मेरे बिस्तर पर लेटने की कोशिश की है।” मम्मी भालू ने देखा कि उसके बिस्तर पर भी किसी ने लेटने की कोशिश की है। उसने कहा, “किसी ने मेरे बिस्तर पर भी लेटने की कोशिश की है।” और जब बच्चा भालू ने देखा कि उसके बिस्तर पर गोल्डी लॉक सो रही है, तो उसने खुश हो कर कहा, “किसी ने मेरे बिस्तर पर लेट कर सो रहा है।”

गोल्डी लॉक की नींद टूट गई और उसने तीनों भालुओं को अपने चारों ओर खड़ा पाया। वह डर गई और बिस्तर से कूदकर भागी। सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए वह सीधे दरवाजे की ओर दौड़ी और बाहर निकल गई। तीनों भालू बस देखते रह गए और समझ नहीं पाए कि अचानक यह सब कैसे हो गया।

गोल्डी लॉक जंगल के रास्ते पर दौड़ती हुई अपने घर की ओर गई। जब वह अपने घर पहुँची, तो उसने सोचा कि आज का दिन कितना रोमांचक था, लेकिन उसने यह भी सीखा कि दूसरों के घर में बिना अनुमति के प्रवेश करना ठीक नहीं है। उसने अपनी माँ को सारी कहानी सुनाई और वादा किया कि वह आगे से ऐसा कभी नहीं करेगी।

उधर, भालूओं ने अपने घर की मरम्मत की और सब कुछ ठीक किया। उन्होंने सोचा कि अगली बार वे अपने दलिया को ठंडा करने के लिए बाहर टहलने जाने से पहले दरवाजा बंद कर देंगे। इस घटना के बाद, उन्होंने एक अच्छा सबक सीखा कि कभी भी अनजाने में किसी को अपने घर में घुसने नहीं देना चाहिए।

गोल्डी लॉक और तीन भालूओं की यह कहानी यहीं समाप्त होती है, लेकिन इस कहानी ने सभी को एक महत्वपूर्ण सीख दी कि हमें दूसरों की संपत्ति का सम्मान करना चाहिए और उनकी अनुमति के बिना उसे उपयोग नहीं करना चाहिए। यह कहानी जंगल में रहने वाले सभी जानवरों के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश के रूप में फैली, और सबने इसे ध्यान में रखा।

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