Kitchen Tips In Hindi  Life Style Tips In Hindi 

असली नकली साबूदाना कैसे पहचानें? | Asli Nakli Sabudana Kaise Pehchane?

असली नकली साबूदाना की पहचान कैसे करें, Asli Nakli Sabudana Kaise Pehchane, Real Or Fake Sabudana Identify Tips, Milawati Sabudana Kaise Pehchane? जानकारी इस लेख में शेयर की जा आरही है.  Milavati Sabudana Ki Pehchan Kaise Kare? ये जानना स्वास्थ्य की दृष्टि से अति-आवश्यक है, क्योंकि आजकल में बाज़ार में मिलावटी साबूदाना खपाया जा रहा है, जो सेहत के लिए खतरनाक है। लेख विस्तार से पढ़िये :

Asli Nakli Sabudana Kaise Pehchane

आजकल मार्केट में मिलावटी और नकली प्रॉडक्ट की भरमार है। इनमें खाद्य सामग्रियां भी शामिल हैं। खाद्य पदार्थों में मिलावट स्वास्थ्य की दृष्टि से भी नुकसानदायक होता हैं। ऐसे में धोखे से बचने के लिए जरूरी हो गया कि असली और नकली प्रॉडक्ट की पहचान का तरीका पता हो। 

साबूदाना भारतीय घरों में खाया जाने वाला एक खाद्य पदार्थ हैं। इसे टापियाको, मैनीयोका, सिंधी बेल और सागो भी कहा जाता है। यह ग्लूटन फ्री खाद्य पदार्थ है और कई प्रकार के पोषक तत्वों कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स से भरपूर है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। व्रत के समय इसका मुख्य रूप से इस्तेमाल होता है।

आजकल बाज़ार में नकली साबूदाना बेचा जा रहा हैं, को दिखने में असली साबूदाना के समान ही होता है। नकली साबूदाना कई प्रकार के केमिकल, ब्लीचिंग एजेंट, अरोमा आदि से बनाया जाता है, जो सेहत के लिए हानिकारक हैं। पहचान न कर पाने अक्सर ग्राहक धोखा खा जाते हैं और उनका सेवन कर अपने स्वास्थ्य को रिस्क पर डाल देते हैं। 

इस पोस्ट में हम जानकारी दे रहे हैं कि नकली साबूदाना की पहचान कैसे करें? 

Asli Nakli Sabudana Kaise Pehchane

मिलावटी साबूदाना क्या है?

मिलावटी साबूदाना (Fake Sago or Artificial Sago) मैदा, स्टार्च, चावल का आटा आदि सामग्रियां मिलाकर बनाया जाता है, जबकि असली साबूदाना टैपिओका से निकाले गए स्टार्ट से बनाया जाता है। नकली साबूदाना को दिखने में असली साबूदाना जैसा बनाने के लिए कई प्रकार के केमिकल, ब्लीचिंग एजेंट्स, अरोमा आदि मिलाए जाते हैं, ताकि यह सफेद और चमकदार दिखाई पड़े।

नकली साबूदाना बनाने में सोडियम हाइपोक्लोराइट, कैल्शियम हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग एजेंट, फॉस्फोरिक एसिड और सल्फ्यूरिक एसिड जैसे केमिकल्स यूज होते हैं। दिखने में साबूदाना की तरह होने के कारण लोग इसे पहचान नहीं पाते और साबूदाना समझ कर इस्तेमाल करते हैं। ये दिखने में साबूदाना की तरह जरूर होता है, लेकिन इसमें वो पोषक तत्व नहीं पाए जाते, जो साबूदाना में होते हैं। कई प्रकार के केमिकल, ब्लीचिंग एजेंट्स, अरोमा आदि मिलाए जाने के कारण ये स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होते हैं और कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न करते हैं। इसलिए साबूदाना का इस्तेमाल करने के पहले इसकी पहचान आवश्यक है कि कहीं ये मिलावटी तो नहीं।

पढ़ें : असली नकली दूध की पहचान कैसे करें?

मिलावटी साबूदाना कैसे बनाए जाते हैं?

मिलावटी साबूदाना इस तरह से बनाए जाते हैं कि दिखने में उनमें और असली साबूदाने में फर्क करना मुश्किल हो। ये उपभोक्ताओं को धोखा देकर असली की जगह नकली माल खपाने के लिए बनाए जाते हैं।

असली साबूदाना बनाने का तरीका

असली साबूदाना टैपिओका नामक पौधे से बनाया जाता है। टैपिओका पौधे के रस को निकालने के लिए उसे चक्की में पीसा जाता है। फिर इस पेस्ट को पानी में डालकर मिश्रण तैयार किया जाता है और इस मिश्रण को धीमी आंच में तब तक पकाया जाता गई, जब तक वह गाढ़ा आटा न बन जाए। इस आटे को छानकर गोलियां बनाई जाती है और एक निश्चित तापमान पर सुखाया जाता है, ताकि ये खराब न हो। फिर इसे पैकेट में भरकर बिक्री के लिए उपलब्ध करवाया जाता है। इससे खिचड़ी, खीर, पापड़, व्रत के व्यंजन आदि बनाए जाते हैं।

नकली साबूदाना बनाने का तरीका

नकली साबूदाना मैदा, स्टार्च, चांवल का आटा आदि के द्वारा बनाया जाता है। इनका मिश्रण बनाकर इन्हें साबूदाने का आकार दिया जाता है। फिर उसे उबलते हुए पानी में डाला जाता है। उबलते पानी में पकाने के बाद इसे निकाल कर ठंडा होने के लिए छोड़ दिया जाता है। इसे सफेद, चमकदार और सुगंधित बनाने के लिए इसमें केमिकल, ब्लीचिंग एजेंट्स, अरोमा आदि मिलाए जाते हैं। और पूरी तरह तैयार कर पैकेजिंग कर बाज़ार में बिक्री के लिए उपलब्ध करवा दिया जाता है। इनमें वे पोषक तत्व नहीं पाए जाते, जो असली साबूदाना में पाए जाते हैं। साथ ही कई प्रकार के रासायनिक रंग, गंध आदि मिलाए जाने के कारण ये स्वास्थ्य की दृष्टि से नुकसानदायक होते हैं।

पढ़ें : इलेक्ट्रिक स्विच बोर्ड कैसे साफ करें?

मिलावटी साबूदाना के नुकसान

मिलावटी साबूदाना बनाने में कई प्रकार के केमिकल, ब्लीचिंग एजेंट, अरोमा, अत्यधिक स्टार्च आदि का इस्तेमाल किया जाता है। आर्टिफिशियल व्हाइटनिंग एजेंट्स के कारण ही ये अत्यधिक सफेद और चमकदार दिखाई पड़ते हैं। मिलावटी साबूदाने का सेवन कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न करता है। मिलावटी साबूदाना शरीर के लिए विषाक्त हो सकता है और शारीरिक अंगों पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। 

  • नकली साबूदाने के सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती है। इससे पेट में संक्रमण, गैस, उल्टी, दस्त जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • नकली साबूदाने में मिले केमिकल से एलर्जी की समस्या हो सकती है।
  • इसमें पाए जाने वाले केमिकल एजेंट किडनी पर बुरा प्रभाव डालते हैं। इसके लगातार सेवन से किडनी संबंधी बीमारियां हो सकती और कूदने फेलियर भी हो सकता है।
  • मिलावटी साबूदाने से हार्ट संबंधी रोग हो सकते हैं। इससे लकवा भी मार सकता है।
  • नकली साबूदाने से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है। चिंता, थक्सन, चिड़चिड़ापन, अवसाद और उत्तेजना की समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं।

इसलिए मिलावटी साबूदाना या नकली साबूदाना की पहचान करना जरूरी है, ताकि उसकी पहचान कर उसका सेवन बंद किया जा सके।

मिलावटी साबूदाना की पहचान कैसे करें? असली और नकली साबूदाना की पहचान कैसे करें?

असली और नकली साबूदाना की पहचान घरेलू तरीकों द्वारा घर पर ही की जा सकती है। नकली या मिलावटी साबूदाना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। अतः निम्न तरीकों का इस्तेमाल कर असली नकली साबूदाना की पहचान करें :

1. साबूदाने की रंगत और चमक से

नकली साबूदाना को र्टिफिशियल व्हाइटनिंग एजेंट्स से बनाए जाते हैं। इसलिए दिखने में काफ़ी सफेद और चमकदार होते हैं। इसमें कई ब्लीचिंग एजेंट्स और केमिकल होते हैं। यदि आपको साबूदाना ज्यादा सफेद और चमकदार दिखे, तो समझ जाएं कि ये नकली है।

2. साबूदाना को चबाकर

साबूदाना को चबाकर असली और नकली साबूदाने में अंतर किया जा सकता है। साबूदाना को मुंह में डालकर दांतों से चबाएं। असली साबूदाना में स्टार्च होता है, अतः ये कुछ देर चबाने के बाद इससे स्टार्च निकलने लगता और ये चिपचिपा सा लगने लगता हैं। वहीं नकली साबूदाना को मुंह में डाल कर चबाने पर वह किरकिरा लगने लगता है।

3. पानी में भिगोकर

असली साबूदाने को पानी में भिगोकर रखने पर वह फूल जाता है तथा जिस पानी में उसे भिगाया गया था, वह लसलसा हो जाता है। जबकि नकली साबूदाना पानी में भिगोये जाने पर भी नहीं फूलता।

4. साबूदाना को जलाकर

असली और नकली साबूदाने की पहचान इसे जलाकर की जा सकती है और इसमें होने वाले परिवर्तन से पता लगाया जा सकता है कि ये मिलावटी है। साबूदाने को जला कर इस प्रकार उसकी मिलावट पहचानें :

  • जलाने के बाद असली साबूदाना फूल जाता है, जबकि नहीं।
  • जलाने के बाद नकली साबूदाना राख छोड़ता है, जबकि असली साबूदाना राख नहीं छोड़ता।
  • जलाने के बाद असली साबूदाना से खुशबू आती है, जबकि नकली साबूदाना धुआं छोड़ता है।

साबूदाना खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखें

साबूदाना खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आप नकली या मिलावटी साबूदाना इस्तेमाल करने से बच सकें :

1. बहुत ज्यादा सफेद और चमकता हुआ साबूदाना कभी ना खरीदें। ये नकली हो सकता है। इसमें चमक और एगेफी बढ़ाने के लिए ब्लीचिंग केमिकल मिले हो सकते हैं।

2. साबूदाने के आकार का भी ध्यान रखें और बहुत छोटे आकार के साबूदाना न खरीदें। ये नकली हो सकते हैं।

3. खुला साबूदाना खरीदने से बचे। जब भी साबूदाना खरीदना हो, तो अच्छे और भरोसेमंद ब्रांड का साबूदाना ही खरीदें।

आशा है, आपको Milavati Sabudana Ki Pehchan Kaise Kare जानकारी उपयोगी लगी होगी. Crystal पसंद आने पर इसे शेयर अवश्य करें. हमें सब्सक्राइब करना ना भूलें. धन्यवाद.

मिलावटी पनीर की पहचान कैसे करें?

इन चीजों को कभी फ्रिज में न रखें

छिपकली भगाने का तरीका

Leave a Comment